मिर्जापुर। देश की सुरक्षा में तैनात जवानों की निजी ज़िंदगी में आने वाली चुनौतियाँ कभी-कभी असहनीय हो जाती हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर ज़िले के निवासी रयूफ अंसारी के साथ पेश आया, जो सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान हैं। रयूफ अंसारी ने चार साल पहले पाई-पाई जोड़कर अपने सपनों का मकान बनवाया था, लेकिन आज वह अपने ही घर में घुसने के लिए भटक रहे हैं।
रयूफ अंसारी की तैनाती इन दिनों छत्तीसगढ़ में है। चार साल पहले जब उन्होंने छुट्टियों में आकर मिर्जापुर में अपने मकान का निर्माण कराया, तब वह अधूरा ही था। देश सेवा के कर्तव्य को निभाने के लिए जब उन्हें अपनी पोस्टिंग पर वापस लौटना पड़ा, तब उन्होंने मकान को अधूरा छोड़ दिया, यह सोचकर कि अगली छुट्टियों में इसे पूरा करवा लेंगे।
लेकिन जब वह अगली बार लौटे तो उन्हें पता चला कि उनके मकान पर संतोष नाम के एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है। तब से लेकर आज तक रयूफ अंसारी अपने ही घर में घुसने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
रयूफ ने प्रशासन से लेकर स्थानीय अधिकारियों तक गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। चार साल बीत चुके हैं और इस बीच रयूफ की उम्मीदें टूटती जा रही हैं। देश की सीमाओं की रक्षा करने वाला यह जवान अपने हक के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन न्याय की राह अभी तक धुंधली ही नजर आ रही है।