वाराणसी। वाराणसी जिला जेल में महिला अधिकारियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दलित महिला डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने 13 मार्च को जेल अधीक्षक पर अभद्रता, धमकी और शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई ने सबको चौंका दिया। आरोपित अधिकारी के खिलाफ कदम उठाने के बजाय, 16 मार्च को पीड़िता मीना कन्नौजिया का ही तबादला कर दिया गया।
मीना कन्नौजिया ने आरोप लगाया कि जेल अधीक्षक ने उनके साथ न सिर्फ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, बल्कि उन्हें धमकाया भी। उनका कहना है कि जेल में महिला अधिकारियों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न का माहौल लंबे समय से बना हुआ है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।
यह मामला कोई नया नहीं है। जानकारी के अनुसार, इसी जेल अधीक्षक पर पहले भी एक महिला डिप्टी जेलर ने अभद्रता के आरोप लगाए थे, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। हर बार शिकायतों को अनदेखा कर दिया जाता है, जिससे साफ जाहिर होता है कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की बात करने वाला तंत्र खुद आरोपियों को संरक्षण दे रहा है।