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हाथरस में क्रिकेट सट्टेबाजी का भंडाफोड़, बुकी गिरफ्तार, लाखों की नकदी और दस्तावेज बरामद

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में क्रिकेट पर अवैध सट्टेबाजी का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा था, लेकिन पुलिस की एक बड़ी कार्रवाई में इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। आईपीएल सट्टेबाजी के खिलाफ की गई इस कार्रवाई में एक बड़े बुकी पीयूष मित्तल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसके ठिकाने से लाखों की नकदी, एक दर्जन से अधिक मोबाइल फोन, लैपटॉप और ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े कई दस्तावेज बरामद किए हैं।

जानकारी के अनुसार, क्रिकेट सट्टेबाजी के इस अवैध धंधे में हर गेंद और हर मैच पर दांव लगाया जा रहा था। युवा वर्ग इस सट्टेबाजी की चपेट में आकर कंगाल हो रहे थे, जबकि इस अवैध कारोबार में शामिल लोग मालामाल हो रहे थे।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) चिरंजीव नाथ सिन्हा के निर्देश पर, हाथरस पुलिस और एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की टीम ने संयुक्त रूप से इस गिरोह पर शिकंजा कसा।

पुलिस ने सदर कोतवाली क्षेत्र की चूड़ी वाली गली में स्थित पीयूष मित्तल के घर पर अचानक छापा मारा। इस दौरान पुलिस ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।

छापेमारी में पुलिस को एक दर्जन से अधिक जमीन के कागजात भी मिले हैं, जो कथित रूप से उन लोगों के हैं जो सट्टे में अपनी जमीन हार चुके थे। इसके अलावा, आरोपी के पास से बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस और क्रिकेट सट्टेबाजी से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी पीयूष मित्तल के संपर्क बड़े बुकियों से थे। यह गिरोह न केवल हाथरस और उत्तर प्रदेश बल्कि अन्य राज्यों में भी सक्रिय था।

एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि थाना कोतवाली सदर पुलिस और एसओजी टीम की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े सट्टेबाजी गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी है और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।”

इस बड़ी कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस अब इस पूरे सट्टेबाजी नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है और जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

हाथरस पुलिस ने साफ किया है कि सट्टेबाजी के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस अब डिजिटल सबूतों की जांच कर रही है ताकि इस अवैध कारोबार में शामिल अन्य लोगों को भी कानूनी शिकंजे में लाया जा सके।

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