लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र के दौरान अंसल ग्रुप के मामले पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनकी सरकार घर खरीदारों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर्स को किसी भी कीमत पर बख्शने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि यदि अंसल ग्रुप ने एक भी घर खरीदार के साथ धोखा किया है, तो उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी और दोषियों को पाताल से भी खोजकर सजा दिलाई जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अंसल ग्रुप को सपा सरकार के दौरान खूब बढ़ावा मिला और उसी दौर में इस ग्रुप ने निवेशकों और घर खरीदने वालों के साथ धोखा किया। उन्होंने कहा, “अंसल ग्रुप सपा की ही उपज है। सपा सरकार के कार्यकाल में इसकी अवैध मांगों को पूरा किया गया और इसे मनमाने ढंग से फायदा पहुंचाया गया।”
सीएम योगी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार आते ही अंसल ग्रुप की अनियमितताओं पर लगाम लगाई गई। उन्होंने कहा, “तत्कालीन सरकार ने अंसल की सीमा को बढ़ाया था, जबकि हमारी सरकार ने अंसल की सीमा को घटाया। अब हमने अंसल समूह पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उस पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हर खरीददार को उसका पैसा वापस मिले।”
विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर भी अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा, “पहले उत्तर प्रदेश में माफिया पुलिस को दौड़ाते थे और पुलिस भागती थी। माफिया को पुलिस सैल्यूट करती थी। लेकिन आज स्थिति बदल चुकी है। अब प्रदेश में कानून का राज है और अपराधी खुद पुलिस से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हैं।”
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब देश और दुनिया में एक नई पहचान बना चुका है। “जो प्रदेश कभी निवेशकों के लिए भय का केंद्र था, वह आज देश का सबसे बड़ा निवेश हब बन गया है।”
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रदेश में अपराध में गिरावट के आंकड़े पेश किए। उन्होंने कहा कि 2016 की तुलना में 2024 में अपराध दर में भारी गिरावट आई है। डकैती के मामलों में 84.41% की कमी आई। 2016 में 263 मामले थे, जो 2022 में घटकर 50 रह गए। लूट के मामलों में 77.43% की कमी दर्ज की गई। हत्या के मामलों में 41.01% की कमी आई। बलवा (दंगा) में 66.40% की कमी आई। सेंधमारी में 5.12% की कमी दर्ज की गई। फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 54.72% की गिरावट आई।