संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है और प्रशासन मामले की गहन जांच में जुट गया है।
गुलफाम सिंह यादव की मृत्यु के बाद से कई सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, मौत की परिस्थितियां संदिग्ध हैं और जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह हादसा था या साजिश।
गुलफाम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा के संभल जिला अध्यक्ष हरेंद्र सिंह रिंकू भी अंतिम संस्कार में पहुंचे और उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “आप निश्चिंत रहिए, जिन्होंने यह घिनौना कार्य किया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चाहे तरीका कुछ भी हो, कानून से ऊपर कोई नहीं है। जो भी आरोपी होंगे, उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि उनकी भविष्य में चर्चा होगी।”
गुलफाम सिंह यादव के बेटे दिव्य प्रकाश यादव ने आरोप लगाया कि उनके पिता की हत्या पूर्व नियोजित साजिश के तहत की गई थी। दिव्य प्रकाश ने कहा, “यदि हमें पहले ही साजिश के बारे में जानकारी मिल गई होती, तो शायद इस घटना को रोका जा सकता था।” उनके बयान ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया है, जिससे पुलिस जांच में और तेजी लाई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। प्रारंभिक जांच में कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा।
गुलफाम सिंह यादव की मौत ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति बल्कि राज्य की राजनीति में भी हलचल मचा दी है। भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस मामले पर चिंता जताई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।