125806 लाभार्थियों ने लिया योजना का लाभ
मेरठ। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाआयुष्मान भारत योजना लाभार्थियों के संजीवनी बन रही है। मेरठ में योजना के तहत अब तक 866913 आयुष्मान योजना के कार्ड बन गये है। जिसमें से 125806 लाभार्थी योजना का लाभ ले चुके है। इतना हीं नहीं अब सत्तर साल पार करने वाले 22782 लाभाथियों के आयुष्मान कार्ड बन चुके है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अशोक कटारिया ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही आयुष्मान योजना लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। जनपद में अभी तक 866913 लाख आयुष्मान कार्ड योजना के अंतर्गत आने वालों के बनाए जा चुके है। जिले में अभी तक आयुष्मान योजना का 125806 लाभार्थिैयों को योजना का लाभ मिल चुका है। केन्द्र सरकार द्वारा नये घाेषणा के तब अभी सत्तर साल से अधिक 22782 बुजुर्गाे के कार्ड बनाए जा चुके है।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत ऐसे परिवार जो कि इसके पात्रता के दायरे में आते हैं, उनके लिए पांच लाख रूपये तक के इलाज की निःशुल्क व्यवस्था हो जाती है। जिले में आयुष्मान योजना के सरकारी व प्राईवेट को मिला कर154अस्पताल योजना लाभ लाभार्थियों को दे रहे है। जिसमें 44 सरकारी अस्पताल है जबकि 107 निजी अस्पताल शामिल है।
नोडल अधिकारी डॉक्टर आर के सिरोहा ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 2018 में लागू हुई थी। उन्होनें बताया योजना के तहत अभी तक मान्यताप्राप्त पत्रकार , एक परिवार में छह या छह से अधिक सदस्यों वाले लभार्थियों को योजना में शामिल गया है। अब सरकार ने ऐसे परिवार को भी योजना में शामिल करना आरंभ कर दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की है । पात्रता के अंतर्गत आने वाले लाभार्थी सरकार द्वारा निर्धारित केन्द्रों पर ही आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन करे।
जांच कमेटी करती है शिकायतों की जांच
नोडल अधिकारी डा. सिरोहा ने बताया कि आयुष्मान भारत से सबंधित डीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी बनी हुई । शिकायतकर्ता से बात करके उनका निस्तारण करते हैं। जो भी शिकायत आती हैं उस कमेटी के द्वारा बुलाया जाता है, उसके द्वारा जो पहले जवाब दिया गया है वो भी उस मीटिंग के अंदर रखा जाता है और अस्पताल के जो डॉक्टर्स या जिम्मेदार होते हैं उनको भी बुलाया जाता है और सुनवाई के दौरान किसी भी तरह की गलती होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।